क्या हम सब अपने-अपने जीवन मे कुछ इस प्रकार से कोई महत्वपूर्ण व रचनात्मक कार्य कर रहे है जिससे कि हमारा जीवन उद्देश्यपूर्ण हो सके। क्या ज्यादा से ज्यादा साल जिंदा रहना ही जीवन का लक्ष्य है? या फिर इससे भी बड़ा, इससे भी अलग कोई और उद्देश्य है? हममें से सिर्फ कुछ लोगों को यह पता होता है कि उन्हें क्या चाहिए? और वे इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए ही जीते हैं। जबकि कुछ लोग हमेशा दुविधा में ही जीते हैं।ऐसा क्यों होता है?
जापानी लोगों का ऐसा मानना है कि जीवन का एक उद्देश्य होता है और यह प्रत्येक व्यक्ति के अंदर छुपा होता है। कुछ लोगों को यह आसानी से पता चल जाता है और कुछ लोग उसकी खोज में होते हैं। यह हमारे भीतर काफी गहराई तक छुपा होता है और इसे खोजने के लिए हमें संयम की आवश्यकता होती है।
हेक्टर गार्सिया और फ्रांसिस्क मेरालेस द्वारा लिखित अंतरराष्ट्रीय बेस्टसेलिंग बुक इकिगाई में उन्होंने बताया है कि जापान में स्थित ओकीनावा शहर के लोग कहते हैं कि उनके सुबह उठने के पीछे एक ही वजह होती है, वह है उनका इकिगाई यानी कि जीवन का उद्देश्य। और जब हमारे जीवन जीने का एक उद्देश्य मिल जाता है तो फिर सुख, समृद्धि, शान्ति और संतुष्टि अपने आप मिलती है और जीवन को असली अर्थ मिलता है। जब हमारे जीवन का उद्देश्य स्पष्ट हो जाता है तो हमारा जीवन पूरे जोश और ऊर्जा से भरा होता है, और हमेशा सक्रिय रहता है।
Get more stuff like this
Subscribe to our mailing list and get interesting stuff and updates to your email inbox.
Thank you for subscribing.
Something went wrong.
Rahul Shukla
बहुत ही खूबसूरत तरीके से आपने जीवन के मकसद के बारे में आपने समझाया है। अति उत्तम।👌😃👍
Hemant
Nicely explained…